Subodh Kant

झारखण्ड में आदिवासी भूखे मर रहेे हैं : सुबोध कांत सहाय

पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं काॅंग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोध कांत सहाय का आरोप है कि झारखण्ड में आदिवासी भूखे मर रहेे हैं, बडे़ शहरों में आदिवासी बच्चियों की खरीद-फरोख्त हो रही है, राज्य में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, सिमडेगा, हजारीबाग, रांची ही नहीं राज्य के हरेक प्रखण्ड में अगर गहराई से छानबीन करें तो ऐसे बहुत से केस मिलेेंगे।

यह आरोप सहाय ने जनसमाचार को दिये गए एक साक्षात्कार में लगाए।

सुबोध कांत सहाय इन दिनों अपनी पार्टी के सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने व  कार्यकर्ताओं में नई जान डालने का जी तोड प्रयास कर रहें हैं। इस बीच ‘जनसमाचार ‘ ने उनसे मुलाकात की और कुछ महत्वपूर्ण मुददों पर उनसे बात की।

प्रस्तुत है बातचीत के कुछ अंश:

केन्द्रीय वित मंत्री की घोषणा है कि 5 लाख रू का स्वास्थ्य बीमा 50 करोड देशवासियों को मिलेगा, आपको क्या लगता है?

जब से यह सत्ता में आए हैं इसी तरह की हवा हवाई बात करते जा रहें हैं। सिर्फ घोषणाओं से ही तो जनता को भरमाने का काम किया है इन्होंने, लेकिन अब इन हवाबाजों की हवाई घोषणाओं की हकीकत को हमारी जनता समझ चुकी है यह जनता बतायेगी 2019 में।

झारखण्ड में विपक्षी पार्टियों का क्या भविष्य  है?

काॅंग्रेस ने हमेशा प्रयास किया है कि झारखण्ड ही नहीं पूरे देश में इन लोंगों के विरूद्ध एक मजबूत मोर्चे का निर्माण हम कर सकें। हम यहां भी प्रयास कर रहें हैं। लोंगों की सोच में थोडा अंतर जरूर है लेकिन 2019 में देखिएगा यहाॅं भी हमारी स्थिति बहुत मजबूत रहेगी। यहाॅं की जनता इनके लूटतंत्र से तबाह हो रही है और इंतजार कर रही है इनको माकूल जवाब देने का।

झारखण्ड के मुख्यमंत्री ने हाल ही में घोषणा की है  कि 2019 तक राज्य के सभी गांव पक्की सड़कों से जुड जाएंगे, क्या लगता है?

झारखण्ड के मुख्यमंत्री को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। इनका अपना कोई विजन है नहीं। इनका रिमोट कंट्रोल मोदी जी के हाथ में है और मोदी जी को हवा हवाई बातें करने में महारत हासिल है। ये कुछ भी कह सकतें हैं। आपको याद है 15 लाख वाली बात, 15 हजार भी लोगों के अकांउट में आ जाता तो इनकी इज्जत बचती। इसी तरह नोटबंदी, जी एस टी, थोडी भी बुद्धि होती तो सोचते विचारते कि इससे कौन सबसे ज्यादा प्रभावित होगा।

उसी तरह ये बीमा और सड़क, स्मार्ट सिटी, स्किल इंडिया, न्यू इंडिया ये सब इनके शिगूफू ही हैं, जिसमें कोई दम नहीं।

अब यहां रांची में देखिए, अच्छी सड़क खोदकर नई बना रहें हैं, गांवों में चले जाइए वहां जो सड़कें बन रही है उसकी गुणवत्ता जाकर देखिए । जनता का पैसा लूटा जा रहा है। माफिया राज चल रहा है। कहीं कुछ भी काम नहीं हो रहा है, आप किसी भी प्रखण्ड में जाकर देख सकतें हैं।

कहा जारहा है कि जनता के मन में एक राजनीतिक छटपटाहट दिखने लगी है, बेचैनी बढती जा रही है जिसे वर्तमान सरकार शायद समझ नहीं पा रही है, आप कितना समझ पा रहें हैं?

चौदह साल से डाइरेक्टली और इनडाइरेक्टली झारखण्ड में बीजेपी ही शासन कर रही है क्या बदलाव देख लिया आपने झारखण्ड में। इन सालों में इन्होंने सिर्फ लूटतंत्र स्थापित करने का काम किया है और कुछ भी नहीं किया। इनके राज में आदिवासी भूखे मर रहेें हैं, बडे़ शहरों में आदिवासी बच्चियों की खरीद-फरोख्त हो रही है, राज्य में किसान आत्महत्या कर रहें हैं, सिमडेगा में, हजारीबाग में, राॅची में पूरे राज्य के हरेक प्रखण्ड में अगर आप गहराई से छानबीन करें तो ऐसे बहुत से केस मिलेेंगे।

राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद सांगठनिक रूप से कांग्रेस कितनी मजबूत हुई है झारखण्ड में?
राहुल जी के कुशल नेतृत्व का पहला नजारा देश ने देख लिया गुजरात में। हम वहां हार कर भी जीत गए हैं और इसका प्रभाव पूरे देश के आगामी चुनावों पर पडे़गा ही। अभी दो राज्यों के उप चुनावों को आपने देखा ही। अब बस देखते रहिए, इनकी उलटी गिनती शुरू हो गई है।

भेंट – पंकज कुमार