बिलासपुर में एम्स स्थापित किये जाने के संबंध में नड्डा से मिले वीरभद्र

शिमला, 10 अगस्त (जस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से भेंट कर बिलासपुर में स्थापित किये जाने वाले एम्स सहित स्वास्थ्य से सम्बंधित अन्य अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि बिलासपुर में स्थापित किये जाने वाले प्रतिष्ठित संस्थान एम्स के लिए राज्य सरकार ने 1200 बीघा भूमि का चयन किया है, जिसमें से लगभग 750 बीघा गैर-वन भूमि संस्थान के नाम हस्तांतरित कर दी है। उन्होंने यह भी अवगत करवाया कि शेष 450 बीघा भूमि की वन-स्वीकृति का मामला भारत सरकार के विचाराधीन है, जिसमें उनके हस्तक्षेप की आवश्यकता है, ताकि इस संस्थान पर शीघ्र आगामी कार्यवाही की जा सके।

मण्डी के नेरचैक में निर्मित लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज भवन को राज्य सरकार के अधीन लेने के लिए अभी हाल ही में हस्ताक्षरित किये गये समझौता ज्ञापन (MoU) का उल्लेख करते हुए, मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री अवगत करवाया कि इस कालेज में वर्ष 2017 के शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं आरम्भ की जानी हैं, जिसके लिए आवश्यक उपकरणों सहित अन्य सुविधाओं की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा बिलासपुर में स्थापित किये जाने वाले मातृ-शिशु स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र (MCH) तथा घुमारवीं में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल के लिए केन्द्र को भेजेे प्रस्तावों पर भी केन्द्रीय मंत्री से विचार-विमर्श किया तथा आग्रह किया कि इन प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृतियां प्रदान की जाए, ताकि स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध  हो सकें।

प्रदेश के नाहन, हमीरपुर तथा चम्बा में स्थापित किये जाने वाले मेडिकल कालेजों की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा करते हुए, मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करवाया कि नाहन में स्थापित डा0 वाई.एस. परमार मेडिकल कालेज में इसी सितम्बर माह से कक्षाएं आरम्भ करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं तथा प्राध्यापकों व अन्य स्टाफ की नियुक्तियां भी कर दी गई हैं।