COVID-19

राजस्थान में कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग का निर्देश

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)  ने  झुंझुनूं (Jhunjhunu) एवं भीलवाड़ा (Bhilwara) में कोरोना पॉजिटिव (COVID-19 Positive) के  मामलों को लेकर जिला कलेक्टरों से विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि वहां इन रोगियों के संपर्क में आए हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)  ने यह भी निर्देश दिया कि  होम आईसोलेशन (Home isolation) , धारा 144 तथा संबंधित क्षेत्रों में कर्फ्यू की कड़ाई से पालना करवाई जाए।
मुख्यमंत्री गहलोत (Gehlot)  ने कहा कि  कोरोना वायरस रोग (COVID-19_) को फैलने से रोककर आमजन का जीवन बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि दो दिन पहले तक प्रदेश में कोरोना वायरस (COVID-19)  के संक्रमण को लेकर स्थिति नियंत्रण में थी, लेकिन संक्रमण के कुछ और मामले सामने आने के बाद हमारी चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि हमारा प्रदेश इस वायरस के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के दौर से गुजर रहा है।
जिला कलेक्टरों से विस्तृत समीक्षा करते हुए गहलोत (Gehlot)  ने कहा कि कि  कोरोनावायरस (COVID-19) के  संकट के इस दौर में दवाओं, चिकित्सा उपकरणों एवं आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी (black marketing)  की शिकायत मिलती है, वहां संबंधित विक्रेता पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस (COVID-19) से होने वाले नुकसान की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारी छोटी सी लापरवाही भयावह स्थिति पैदा कर सकती है।
उन्होंने कहा कि ऎसे में सभी सरकारी नुमाइंदों, जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं सहित सभी प्रदेशवासियों की जिम्मेदारी है कि वे कोरोना को हराने के लिए पूरी सजगता एवं सतर्कता के साथ इस चुनौती का सामना करें।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में कोरोनावायरस के संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेशभर के जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों एवं चिकित्सा अधिकारियों से समीक्षा कर रहे थे।
पूरी सजगता, सतर्कता और गंभीरता के साथ हमने एडवाइजरी का पालन किया तो हम निश्चित रूप से संकट के इस दौर से सफलतापूर्वक बाहर निकल सकेंगे।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण (COVID-19) से बचाव को लेकर लगातार दिशा-निर्देश जारी कर रही है। हम सबकी जिम्मेदारी सिर्फ एक ही है कि कैसे कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जाए। जिला कलेक्टर स्वयं के स्तर पर भी इस संबंध में आवश्यक निर्णय ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर तक मौजूद हमारा सरकारी तंत्र इससे बचाव के लिए जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
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