Shyam Benegal awarded

फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल को किशोर साहू स्मृति राष्ट्रीय अलंकरण

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा 4 मई, शुक्रवार को जिला मुख्यालय राजनांदगांव में आयोजित समारोह में प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल को किशोर साहू स्मृति राष्ट्रीय अलंकरण से सम्मानित किया।

डॉ. सिंह ने रायपुर निवासी छत्तीसगढ़ी फिल्मों के निदेशक मनोज वर्मा को किशोर साहू स्मृति राज्य सम्मान से नवाजा। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के संस्कृति मंत्री दयाल दास बघेल ने की।

उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय  किशोर साहू की याद में दोनों सम्मानों की स्थापना पिछले वर्ष प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा की गई है। फिल्म निर्माता और निर्देशक स्वर्गीय किशोर साहू छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव निवासी थे।

डॉ. रमन सिंह ने कहा – छत्तीसगढ़ की धरती से और विशेष रूप से राजनांदगांव के साथ स्वर्गीय किशोर साहू का गहरा भावनात्मक लगाव था। स्वर्गीय साहू ने अपनी आत्मकथा में राजनांदगांव को सुन्दर, सौम्य और संस्कारधानी शहर बताया है।

डॉ. रमन सिंह ने देश के तीन सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय गजानन माधव मुक्तिबोध, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी और डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र को याद करते हुए कहा कि तीनों महान साहित्यिक विभूतियों ने राजनांदगांव को अपनी कर्मभूमि बनाकर देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया।

समारोह को संबोधित करते हुए श्याम बेनेगल ने कहा कि लोक-संगीत, लोक-गीत और लोक-कलाओं की दृष्टि से छत्तीसगढ़ काफी समृद्ध है।

बेनेगल ने छत्तीसगढ़ से जुड़ी लगभग 40 वर्ष पुरानी स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रोफेसर यशपाल ने साक्षरता अभियान के लिए एक प्रोजेक्ट बनाया था, जिसके तहत मैं फिल्मांकन के लिए छत्तीसगढ़ आया था। मुझे अपनी युवा अवस्था में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में स्वर्गीय किशोर साहू के कार्यों को नजदीक से देखने का मौका मिला था। स्वर्गीय साहू ने हिन्दी सिनेमा को एक नई पहचान दिलाई।

मुख्यमंत्री ने हिन्दी सिनेमा में स्वर्गीय किशोर साहू के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके द्वारा प्रसिद्ध कलाकार दिलीप कुमार और कामिनी कौशल को लेकर ‘नदिया के पार’  फिल्म का निर्माण किया था, उसमें नांदघाट का भी वर्णन है। लोकप्रिय हिन्दी फिल्म ‘गाईड’ में भी स्वर्गीय  किशोर साहू ने एक यादगार भूमिका निभाई थी।  इस फिल्म में पहली बार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विशेषताओं की झलक मिली।

डॉ. सिंह ने किशोर साहू स्मृति राष्ट्रीय अलंकरण से नवाजे गए श्याम बेनेगल द्वारा निर्मित और निर्देशित फिल्मों का उल्लेख करते हुए कहा कि बेनेगल ने हमेशा सामाजिक विषयों और सरोकारों को लेकर फिल्मों का निर्माण किया है। उनकी मंथन जैसी फिल्म सहकारिता आंदोलन के महत्व पर प्रकाश डालती है। डॉ. रमन सिंह ने किशोर साहू स्मृति राज्य अलंकरण से सम्मानित मनोज वर्मा का उल्लेख करते हुए कि वर्मा ने छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति को अपनी फिल्मों के माध्यम से नई ऊंचाइंयों तक पहुंचाया है।

मुख्यमंत्री ने समारोह में किशोर साहू राष्ट्रीय और राज्य अलंकरणों के निर्णयक मंडल में शामिल अशोक मिश्रा, रघुवीर यादव और जयंत देशमुख को भी सम्मानित किया।

डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी रंगमंच के कलाकार दीपक तिवारी को इलाज के लिए एक लाख रूपए की सहायता देने की घोषणा की।

तिवारी स्वर्गीय हबीब तनवीर की नाट्य संस्था ‘नया थियेटर’ के सदस्य थे और तनवीर द्वारा निर्देशित लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी नाटक ‘चरणदास चोर’ में उन्होंने यादगार भूमिका निभाई थी।

मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय राजकपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ सहित विभिन्न फिल्मों में काम कर चुके राजनांदगांव निवासी कलाकार नत्थू दादा को भी एक लाख रूपए की सहायता देने का ऐलान किया।

संस्कृति मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा – स्वर्गीय किशोर साहू ने देश-विदेश में छत्तीसगढ़ का नाम ऊंचा किया है।