कोविड-19 (COVID-19) के संक्रमण से बचाव के लिए एल एंड टी डिफेंस (L & T Defense) ने मिस्ट चेम्बर (Mist Chamber) बनाया है। यह कोहरे की सूक्ष्म बूंदों की तरह सैनिटाइजर (sanitizer) की बौछार करके रोग को फैलने से रोकने में मदद करता है।
यह मिस्ट चेम्बर (Mist Chamber) इकाई 12 फीट लंबी है और इसके भीतर लगे 24 नोजल मिस्ट या कोहरे की बौछार करते हैं।
इन नोजल्स को अलग-अलग ऊंचाई पर लगाया गया है, ताकि इससे होकर गुजरने वाले व्यक्ति के पूरे शरीर पर बौछार की जा सके।
पुणे स्थित राष्ट्रीय रासानिक प्रयोगशाला (एनसीएल) के परिसर में कोहरे की सूक्ष्म बूंदों का उपयोग कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए किया जा रहा है।
इस मिस्ट चैंबर(Mist Chamber) के भीतर की जाने वाली बौछार (Shower) की महक स्वीमिंग पूल के क्लोरीन युक्त पानी की तरह होती है।
इस मिस्ट सैनिटाइजर (Mist sanitizer) इकाई को एल एंड टी डिफेंस (L & T Defense) द्वारा डिजाइन किया गया है और पुणे के एक उत्पादक द्वारा एल एंड टी की देखरेख में इसे बनाया गया है।
एल एंड टी डिफेंस, लार्सन एंड टुब्रो का एक हिस्सा है, जो एक बहु-अरब डॉलर की भारतीय बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, निर्माण, विनिर्माण और वित्तीय सेवाओं में संलग्न है।
यह इस क्षेत्र में 30 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ रक्षा उपकरण और प्रणालियों के विकास और आपूर्ति के लिए भारत की अग्रणी निजी क्षेत्र की कंपनी है।
संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह सैनिटाइजर (sanitizer) इकाई अस्पतालों और अन्य संस्थागत निकायों में लगायी जा सकती है।
संक्रमण से बचाव के लिए विशेष रूप से बनायी गई एक मिस्ट सैनिटाइजर इकाई (Mist sanitizer unit) इस काम को बखूबी अंजाम दे रही है।
अंग्रेजी के मिस्ट (MIST)शब्द को कोहरे या धुंध का पर्याय माना जाता है। इस मिस्ट सैनिटाइजर इकाई (Mist sanitizer unit) को कुछ इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे इसके भीतर से होकर गुजरने वाले व्यक्ति पर 10-15 सेकंड के लिए कोहरे की बौछार होती है।
बौछार के लिए पानी में 0.5 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मापदंडों के अनुसार मिलाया जाता है, जो संक्रमण फैलाने वाले सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर देता है।
सैनिटाइजर इकाई के भीतर से एक बार में सिर्फ एक ही व्यक्ति होकर गुजर सकता है।
इस इकाई में मिस्ट जेनरेशन सिस्टम, पंपिंग सेट, मिस्ट जेनरेशन नोजल, पाइप सेट और सैनिटाइजिंग तरल पदार्थ को रखने का टैंक शामिल है।
यह इकाई 12 फीट लंबी है और इसके भीतर लगे 24 नोजल मिस्ट या कोहरे की बौछार करते हैं। इन नोजल्स को अलग-अलग ऊंचाई पर लगाया गया है, ताकि इससे होकर गुजरने वाले व्यक्ति के पूरे शरीर पर बौछार की जा सके।
कुछ दिनों तक इस इकाई का परीक्षण एनसीएल, पुणे में किया जाएगा और इसे आवश्यकतानुसार एनसीएल के आंतरिक उपयोग के लिए संस्थान के मुख्य द्वार के प्रवेश द्वार के पास रखा जाएगा।
एनसीएल के सूक्ष्मजीव-विज्ञानी डॉ महेश धरने और डॉ सैयद दस्तार के नेतृत्व में एक टीम इसके संपर्क में आने से पहले और उसके बाद में सतहों पर सूक्ष्मजीव-रोधी गतिविधियों का अध्ययन कर रही है।
(इस इकाई का प्रोटोटाइप देखने के इच्छुक संस्थानों के प्रतिनिधि एनसीएल के वैज्ञानिक डॉ पी.के. इंगले सेउनके ईमेल – pk.ingle@ncl.res.in. पर संपर्क कर सकते हैं। सूक्ष्मजीव-रोधी अथवा बैक्टीरिया-रोधी अपने उपकरणों के परीक्षण के लिए भी कंपनियां एनसीएल से संपर्क कर सकती हैं।)
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