मोदी का 2022 तक ‘नया भारत’ बनाने का आह्वान

नई दिल्ली, 12 मार्च | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि जिस तरह लोगों ने हाल में खत्म हुए विधानसभा चुनावों में नतीजा दिया है, उसमें विशेषज्ञों के सोच-विचार के लिए काफी कुछ है। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में एक ऐसे ‘नए भारत’ को देख रहे हैं जो केवल लेने में नहीं बल्कि देने में विश्वास करता है। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के एक दिन बाद मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी में विजय मार्च निकाला। यह ली मेरिडियन होटल से शुरू होकर अशोक मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय तक गया। मोदी ने लोगों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया।

मोदी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा, “किसी चुनाव को जीतने के कई कारण होते हैं, लेकिन बड़े पैमाने का मतदान जिसने इतनी बड़ी जीत दी, यह राजनीतिक पंडितों को सोचने के लिए काफी कुछ दे रहा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने राजनीतिक पंडितों की राय देखी है और मीडिया रिपोर्ट देखी हैं। हम देखते रहे हैं कि भावनात्मक मुद्दे चुनाव पर हावी होते रहे हैं। कोई भी पार्टी केवल विकास के एजेंडे और बिना किसी भावनात्मक मुद्दे के चुनाव नहीं जीतती। लेकिन, हमने ऐसा कर दिखाया है।”

मोदी ने कहा कि वह कभी भी चुनावी उद्देश्यों से खुद को नहीं बांधते। उन्होंने 2022 तक एक ‘नए भारत’ के निर्माण का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, “मैं एक नए भारत को देख रहा हूं। हम चाहते हैं कि सवा अरब भारतीय मिलकर एक नया भारत बनाएं।”

मोदी ने कहा, “हम सभी प्रधानमंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के काम का सम्मान करते हैं और इन्हें स्वीकार करते हैं। 2022 में जब हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएंगे, तब हम चाहते हैं कि एक नया भारत हो। युवाओं के सपनों का भारत, सशक्त महिलाओं और उनके सपनों का भारत। एक नया भारत जो सिर्फ लेना नहीं जानता हो बल्कि देना भी जानता हो। ऐसा भारत जो आगे बढ़ने के अवसर तलाशता हो।”

मोदी ने कहा, “हमारे पास पांच साल है और अगर सभी भारतीय प्रण कर लें तो फिर भारत कभी पीछे नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों ने देश की आकांक्षाओं को बढ़ाया है।

उन्होंने कहा कि वह यह भी चाहते हैं कि देश में ‘सर्वाधिक बोझ उठाने वाले मध्य वर्ग’ को राहत मिले। बोझ करों का, सामाजिक नियमों का। इस बोझ को खत्म होना चाहिए और यह तब होगा जब गरीबों का ऐसा उत्थान होगा कि वे अपना बोझ खुद वहन करने में सक्षम हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज का गरीब खैरात नहीं चाहता। वे अपनी कड़ी मेहनत का लाभ पाने के लिए अवसर चाहते हैं। गरीबों की ताकत और मध्य वर्ग की आकांक्षाएं भारत को नई बुलंदियों तक ले जाने में सक्षम हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का स्वर्णकाल चल रहा है और यह अचानक नहीं हुआ है, बल्कि यह चार पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है।

–आईएएनएस