India China_ V K Mishra

प्रौद्योगिकी के प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए भारत-चीन सहयोग करेंगे

India China

India China representatives in the matchmaking conference

आईसीटीसी (India China Trade Centre) और आईसीटीटीसी (India China Technology Transfer Centre) के प्रतिनिधियों ने चीन की यात्रा की  भारत और चीन (India China) जैव प्रौद्योगिकी, कृषि क्षेत्र में नवीन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल तथा प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए सहयोग पर बातचीत की।

इस संबंध में जून के मध्य सप्ताह में चीन गए भारतीय व्यापारिक प्रतिनिधियों  (business leaders) और पेशेवर  (professionals) विशेषज्ञों तथा चीन के व्यापारियों और सरकारी अधिकारियों के बीच हुई बैठकों में निश्चय किया गया।

इंडिया चाइना (India China) ट्रेड सेंटर एवं इंडिया चाइना  टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर का एक प्रतिनिधिमंडल 12 से 16 जून तक दक्षिण चीन  (China)  में युन्नान प्रांत (Yunnan Province) की राजधानी कूमिंग (Kunming) की यात्रा की।

इस प्रतिनिधिमंडल में 10 व्यापारिक प्रतिनिधि और प्रोफेशनल्स थे।

इण्डिया-चाइना (India China) ट्रेड एक्सपर्ट एण्ड एडवाइजर वी के मिश्रा की अगुवाई में चीन की यात्रा करने वाले इस प्रतिनिधिमंडल ने कूमिंग में चीन के व्यापारियों तथा चीन सरकार और ओद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों से कई दौर में बातचीत की।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कूमिंग में चल रहे साउथ एंड साउथईस्ट एशिया कमोडिटी एक्सपो (South & Southeast Asia Commodity Expo) और इन्वेस्टमेंट फेयर (Investment Fair) में भी भाग लिया।

कूमिंग में आयोजित साउथ एंड साउथ ईस्ट एशिया टेक्नोलॉजी ट्रांसफर मैचमेकिंग कॉन्फ्रेंस 2019 में आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए इंडिया चाइना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर के अध्यक्ष और इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर के कार्यकारी उपाध्यक्ष वी के मिश्रा ने 13 जून 2019 को सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय अर्थ व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए चीन के सहयोग से भारतीय बाजार में नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल, ज्ञान के विस्तार तथा प्रशिक्षण के अवसरों पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि भारत तीव्र गति से विकास कर रहा है और प्रौद्योगिकी और निवेश के रूप में चीन का सहयोग दोनों राष्ट्रों के लिए हितकारक साबित होगा।

तेजी से बढ़ रही भारतीय अर्थ व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा कई कार्यक्रम चलाये जारहे हैं जो सहयोग के लिए निवेशकों को अनेक अवसर प्रदान करते हैं, जैसे मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्मार्ट सिटी, अफोर्डेबल हाउसिंग, ई मोबिलिटी और स्टार्ट अप इंडिया आदि।

मैचमेकिंग कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य  ‘सहकारी अवसर बढ़ाने और नवीन उपलब्धियाँ साझा करें’ पर केन्द्रित था।

इसप्रकार इस क्षेत्र में एसएंडटी अधिकारियों, उद्योगों, शिक्षा और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एजेंसियों को एक साथ एक मंच लाया जा सकेगा।

यह मंच हितधारकों के लिए खुद को प्रस्तुत करने, विचारों का आदान-प्रदान करने, प्रौद्योगिकियों की पहचान करने का अवसर देगा। साथ ही उच्च स्तरीय संवाद, बी 2 बी मैचमेकिंग्स, प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी और विज्ञान पार्क टूर के माध्यम से भागीदार बन सकेंगे।

प्रतिनिधिमंडल ने 13 जून 2019 को युन्नान जैविक उद्योग इन्क्यूबेटर के साथ जैव प्रौद्योगिकी (इनक्यूबेटर एंड इन्वेस्टमेंट), आधुनिक कृषि, इत्र, रबर, फलों के एंजाइम, एसएमई आदि के  प्रशिक्षण के लिए सहयोग बैठक की।

इंडिया चाइना (India China) ट्रेड सेंटर  प्रतिनिधिमंडल ने  14 जून 2019 को दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया कमोडिटी एक्सपो 2019 और निवेश मेला और बाद में, कूमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी (KIB) का दौरा किया।

यह एक महत्वपूर्ण शोध संस्थान है जो सीधे चीनी विज्ञान अकादमी (सीएएस) से संबद्ध है और वनस्पति विज्ञान और फोटोकैमिस्ट्री के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए समर्पित है।

यह पौधों की दुनिया की खोज, उनके बारे में ज्ञान पैदा करने और लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए उनके स्थायी उपयोग को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इंडिया चाइना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर  (ICTTC)  के प्रतिनिधियों ने  14 जून को चीन-साउथ एशिया टेक्नोलॉजी ट्रांसफर सेंटर सब-सेंटर वर्किंग सेमिनार में नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।

प्रतिनिधिमंडल ने 15 जून को कूमिंग के थोक बाजार का दौरा किया। एक बहुत बड़ा बी 2 बी कॉम्प्लेक्स, जहां लगभग सभी चीजें मिलती हैं – ऐपरेल्स, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर कई नवीनतम डिजाइनों के फर्नीचर आदि।

प्रतिनिधिमंडल ने कूमिंग में एशिया के सबसे बड़े फूलों के बाजारों में से एक का दौरा किया।

आईसीटीटीसी (ICTTC)  ने कूमिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ छात्रों और सुविधाओं के आदान-प्रदान कार्यक्रम को मजबूत करने और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में सहयोग के बारे में भी एक बैठक की।

व्यावसायिक नेताओं ने प्रौद्योगिकी विनिमय के लिए सक्रिय बातचीत की और कहा कि इससे  भारत और चीन (India China) के बीच  द्विपक्षीय निवेश और प्रौद्योगिकी आधारित व्यापार के नए द्वार खुलेंगे।