रियो ओलम्पिक (तीरंदाजी) : पदक नहीं ला सकी भारतीय महिला टीम

रियो डी जेनेरियो, 8 अगस्त| तेज हवा के बीच भारतीय महिला तीरंदाजी टीम रविवार को ब्राजील की मेजबानी में चल रहे ओलम्पिक खेलों की टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में हमेशा की तरह अहम क्षणों में धैर्य खो बैठी और रूस के आगे घुटने टेक दिए। रूस ने भारतीय टीम को शूटआउट में हराया और भारत की पदक की उम्मीदों को धो दिया, हालांकि फाइनल में रूसी टीम को दक्षिण कोरिया को हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी और रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

स्पर्धा का कांस्य पदक चीनी ताइपे ने इटली को हराकर जीता।

क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने शूटआउट में 23 अंक हासिल किए, जबकि पेरोवा की अगुवाई में रूसी टीम ने 25 अंक हासिल कर जीत हासिल की।

भारतीय टीम ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन पूर्व सर्वोच्च विश्व वरीय स्टार भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी ने विशेष तौर पर निराश किया। रूसी टीम पहला सेट 55-48 से जीतने में सफल रही।

भारतीय टीम ने इसके बाद बेहतरीन वापसी की और अगले दोनों सेट 53-52 और 53-50 से जीतकर मैच में 4-2 की बढ़त हासिल कर ली थी।

लेकिन चौथे सेट में रूसी टीम ने बेहद कांटे के मुकाबले में 55-54 से जीत हासिल कर मैच में बराबरी हासिल कर ली और परिणाम के लिए मैच को शूटआउट में धकेल ले गईं।

भारतीय टीम के लिए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में लैशराम बोम्बेला देवी ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और लगातार तीन निशाने पर मारे। लेकिन पहली बार ओलम्पिक खेल रहीं लक्ष्मीरानी माझी और दीपिका के निराशाजनक प्रदर्शन का खामियाजा भारत को भुगतना पड़ा।

माझी का प्रदर्शन विशेष तौर पर स्तर से नीचे रहा।

रूसी ने टीम ने इसके बाद इटली को सेमीफाइनल मुकाबले में 5-3 से हराया और फाइनल में प्रवेश किया, जहां उन्हें दक्षिण कोरिया के हाथों 1-5 से करारी शिकस्त मिली।

तीन सेट तक चले फाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरियाई टीम को दबदबे को इसी से समझा जा सकता है कि विजेता टीम ने जहां 10 बार 10 अंक हासिल किए, वहीं रूसी टीम सिर्फ दो बार बोर्ड के केंद्र में तीर मार सकी।

भारतीय टीम ने जहां सात बार 10 अंक हासिल किए, वहीं रूसी टीम छह बार 10 अंक हासिल कर सकी। हालांकि रूसी टीम ने ज्यादा संयत प्रदर्शन करते हुए जीत अपनी झोली में डाला।

इससे पहले, रविवार को ही भारतीय टीम ने प्री-क्वार्टर फाइनल में कोलम्बिया को 5-3 से हराया। कोलम्बिया के खिलाफ भारत ने पहला सेट जीता लेकिन दूसरे सेट में उसे हार मिली। तीसरा सेट टाई रहा। चौथा सेट भारत के नाम रहा। वैसे इस मैच में भारत की स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी का प्रदर्शन साधारण रहा।

पहला सेट भारत ने 52-51 से जीता। दीपिका ने हालांकि अपने अंतिम प्रयास में सात अंक ही जुटाए लेकिन कोलम्बियाई तीरंदाज अपनी गलती के कारण भारत को यह सेट तोहफे में दे बैठीं।

दूसरे सेट में भी दीपिका का खराब प्रदर्शन जारी रहा। पहले सेट के पहले प्रयास में 9 अंक जुटाने के बाद दूसरे प्रयास में वह सात अंक ही जुटा सकीं जबकि दूसरे सेट के दोनों प्रयासों में वह सात-सात अंक ही पा सकीं।

तीसरे सेट में कोलम्बियाई तीरंदाजों ने 52-52 के स्कोर से यह सेट ड्रा करा लिया।

चौथे और निर्णायक सेट में बोम्बेला देवी ने 9 अंकों साथ शुरुआत की, जबकि लक्ष्मी ने आठ अंक पर निशाना लगाया। दीपिका नौ अंक जुटाने में सफल रहीं। पहले रोटेशन में भारत ने 30 में 26 अंक हासिल किए।

कोलम्बिया ने पहले प्रयास में 8, दूसरे प्रयास में 9 और तीसरे प्रयास में 8 अंक जुटाए। इस तरह पहले रोटेशन के बाद भारत को 1 अंक की बढ़त मिली।

अंतिम प्रयास में बोम्बेला देवी ने 8 अंक जुटाए और फिर लक्ष्मी ने 9 अंक हासिल किए। दीपिका ने अपने अंतिम प्रयास में 9 अंक प्राप्त किए। कुल मिलाकर भारत ने 52 का स्कोर हासिल किए।

कोलम्बिया ने अपने अंतिम प्रयास में 9, दूसरे प्रयास में तीन और तीसरे प्रयास में 7 अंक जुटा सकी। इस तरह भारत ने 52-44 से यह सेट और मैच जीत लिया।–आईएएनएस