सचिन तेंदुलकर रियो के ओलम्पिक खेल गांव में

07082016 Cricket legend Sachin Tendulkar poses for a picture in front of Christ the Redeemer in Rio de Janeiro on Aug 5, 2016. Sachin is in Brazil to attend the Rio 2016 Olympicsरियो डी जेनेरियो, 7 अगस्त | महान भारतीय क्रिकेटर और भारतीय ओलम्पिक दल के ब्रांड एम्बेसडर सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को रियो डी जनेरियो में ओलम्पिक खेल गांव का दौरा कर भारतीय खिलाड़ियों का उत्सहावर्धन किया। तेंदुलकर जितना क्रिकेट से प्यार के लिए जाने जाते हैं उतना ही अन्य खेलों के लिए अपने समर्पण के लिए।

उन्होंने घुटने में चोट के बावजूद खेल गांव का दौरा किया। सचिन का पिछले महीने ही घुटने का ऑपरेशन हुआ है। वह परिवहन केंद्र से खिलाड़ियों के निवास स्थल तक पैदल ही गए।

खेल गांव में भारतीय ओलम्पिक दल के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने सचिन का स्वागत किया और उन्हें भारतीय दल के प्रत्येक खिलाड़ी से मिलवाया।

शुरू से खिलाड़ियों की तैयारियों पर नजर रखे हुए सचिन ने कहा, “मैं आपके के लिए भारत से अरबों लोगों की दुआएं लाया हूं। मैं यहां आपको उपदेश देने नहीं आया, मैं जानता हूं कि आप अपने खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं और आपने यहां तक पहुंचने में काफी मेहनत की है। मैं सिर्फ आपको इतना बताने आया हूं कि पूरा देश आपके साथ खड़ा हुआ है और हम सभी चाहते हैं कि आप यहां अच्छा प्रदर्शन करें।”

सचिन ने कहा, “मैंने काफी खेल खेला है और जानता हूं कि इसके लिए कितनी मेहनत की जरूरत होती है। हम सभी चाहते हैं कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और लगातार सुधार करें और सिर्फ पदक के बारे में न सोचें। आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें उसके बाद हर चीज आपका अनुसरण करेगी। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।”

गुप्ता ने ओलम्पिक दल की ओर से कहा, “खेल गांव आने के लिए आपका धन्यवाद सचिन। यह हम सभी के लिए मनोबल बढ़ाने वाली बात है और मैं आश्वस्त हूं कि खिलाड़ियों को आपके इस दौरे से प्ररेणा मिलेगी।”

गुप्ता ने सचिन को भारतीय ओलम्पिक दल और भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया।

सचिन ने यहां करीब एक घंटे का समय बिताया और लगभग 60 खिलाड़ियों से मिले जो खेल गांव में मौजूद थे।

उन्होंने खिलाड़ियों के साथ समूह में फोटो खिंचवाए। सचिन ने कहा, “आप सभी के साथ होना मेरे लिए बड़े रोमांच की बात है।”

सचिन से जब खेल गांव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “कुआलालम्पुर में 1998 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में जब क्रिकेट शामिल किया गया था तब मैं खेल गांव में रुका था। वह शानदार अनुभव था। इसलिए मैं यहां आना चाहता था। रियो का दौरा शानदार रहा और मुझे भरोसा है कि सभी खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।”