शराबबंदी : छत्तीसगढ़ में तीन हजार से कम आबादी वाले गांवों में शराब के ठेके बंद

रायपुर, 12 अप्रैल (जनसमा)। देश में कई स्थानों पर हो रहा शराब का कड़ा विरोध अब छत्तीसगढ़ में भी दिखने लगा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य में गद्दीदार और कोचिया अब नजर नहीं आएंगे। शराब के अवैध कारोबार पर कठोर अंकुश लगाया गया है। अगर कहीं ऐसे लोग अवैध रूप से शराब बेचते पाए गए, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. रमन सिंह बुधवार को बालोद जिले के ग्राम गब्दी (विकासखंड-गुण्डरदेही) में लोक सुराज अभियान के तहत समाधान शिविर में जनता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चरणबद्ध ढंग से शराबबंदी के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रही है। पहले चरण में तीन हजार से कम आबादी वाले गांवों में शराब के ठेके बंद कर दिए गए हैं।

इस अवसर पर वहां हजारों की संख्या में मौजूद गुलाबी गैंग, महिला कमाण्डो और भारतमाता वाहिनी की सदस्य महिलाएं भी मौजूद थीं। मुख्यमंत्री ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि बालोद जिले में हमारी इन माताओं और बहनों ने अवैध शराब के खिलाफ जो अभियान चलाया है, वह प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के लिए भी अनुकरणीय है।

डॉ. सिंह ने महिला कमाण्डो और भारतमाता वाहिनी की महिलाओं से आग्रह किया कि वे अगर कहीं अवैध कारोबार में लिप्त कोचियों को देखें या कोचियों के बारे में जानकारी मिले, तो तत्काल अपने निकटवर्ती पुलिस थाने को सूचित करें। मुख्यमंत्री ने शिविर में क्षेत्र के थानेदार को मंच पर बुलाया और उनसे जनता के बीच यह ऐलान करने के लिए कहा कि इस इलाके में अवैध शराब के कारोबार पर पूर्ण रूप से नियंत्रण कर लिय गया है कोचिए अब इस क्षेत्र में नहीं हैं