अब भारत और ऑस्ट्रेलिया करेंगे खेल में खेल साझेदारी

मुंबई, 12 अप्रैल (जनसमा)। खेल के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से भारत और ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को मुंबई में खेल साझेदारी की शुरुआत की। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री विजय गोयल तथा भारत दौरे पर आये ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्‍कम टर्नबुल द्वारा शुरू की गई इस साझेदारी से भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चार क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा। ये क्षेत्र हैं- एथलीट और कोच प्रशिक्षण तथा विकास, खेल विज्ञान, खेल प्रशासन और संपूर्णता तथा जमीनी स्तर पर भागीदारी। साझेदारी शुरू करने के अवसर पर महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा, “हमें खेलों के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया से बहुत कुछ सीखना और साझा करना है। भारत-ऑस्ट्रेलिया खेल साझेदारी से दोनों देशों के एथलीट, कोच, तकनीकी अधिकारी, खेल वैज्ञानिकों को एक दूसरे के देश में आने-जाने में आसानी होगी।”

उन्होंने कहा कि भारत ने खेल को सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन के साथ-साथ शिक्षा के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में लेना शुरू कर दिया है। उन्‍होंने कहा, “हमने जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति विकसित करने के लिए प्रमुख जमीनी स्तर का कार्यक्रम- खेलो इंडिया शुरू किया है। हमने स्कूलों में खेल को अनिवार्य विषय के रूप में शुरू करने की योजना बनाई है।”

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा कि नई साझेदारी के तहत आस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट के समान राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना में सहायता के लिए विक्टोरिया और कैनबरा विश्वविद्यालय भारत के साथ कार्य करेंगे।

टर्नबुल और गोयल ने मुंबई की झुग्गी-बस्तियों की उन युवा लड़कियों से भी बातचीत की जिन्हें अपनालय संस्‍था द्वारा खेल सिखाये जा रहे हैं और सचिन तेंदुलकर की सास एन्‍नाबेल मेहता भी इस संस्‍था से जुड़ी हुई हैं। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि खेल से सामाजिक पूंजी निर्मित होती है।

अपनी चार दिवसीय यात्रा संपन्‍न करते हुए टर्नबुल ने कहा कि आर्थिक महाशक्ति के रूप में विकसित हो रहा भारत अब इस क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “मेरी यात्रा का उद्देश्‍य ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच आर्थिक, खेल, स्वास्थ्य, विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और सुदृढ़ करना है।”