Smriti Irani's facts on Arvind Kejriwal's arrest and excise policy

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी व आबकारी नीति पर स्मृति ईरानी के तथ्य

केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने 22 मार्च, 2024 शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया और कहा कि घोटाले और भ्रष्टाचार के किंगपिन अरविंद केजरीवाल को आखिरकार न्याय का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आ रहे उनके घोटाले के तथ्य दिल दहला देने वाले हैं।

श्रीमती ईरानी ने मीडिया रिपोर्ट्स हवाले से न्यायालय में जांच एजेंसियों द्वारा अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रस्तुत किए गए तथ्य पत्रकारों के समक्ष रखे और बताया कि केजरीवाल के वकीलों ने इन तथ्यों का खंडन नहीं किया। ये तथ्य निम्नलिखित हैं :

  1. अरविंद केजरीवाल द्वारा चिन्हित विजय नायर के सौजन्य से कुछ विशिष्ट शराब कंपनियों ने बैठकर आबकारी नीति बनाई, समीर महेंदू ने एक करोड़ रुपए मैसर्स राधा इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी के खाते में भेजे और समीर महेन्दू ने विजय नायर को 2 से 4 करोड़ रुपए दिए। अरविंद केजरीवाल के किसी भी वकील ने इन तथ्यों का खंडन नहीं किया।
  2. आज न्यायालय में पीएमएलए और सीबीआई अंतर्गत दाखिल हुए अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध केसों में भी केजरीवाल के वकीलों ने कोई खास दलील नहीं दी।
  3. 4 सितंबर को 2020 को मनीष सिसोदिया के आदेश पर दिल्ली सरकार ने एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जिसके अध्यक्ष तत्कालीन आबकारी आयुक्त थे। इस कमेटी ने 13 अक्टूबर 2020 को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसे 31 दिसंबर 2020 को सार्वजनिक किया गया और फिर इस रिपोर्ट पर आए 14671 सुझावों को 5 फरवरी को 2021 को अरविंद केजरीवाल की मंत्रीपरिषद में प्रस्तुत किया गया। इन मंत्रियों में मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और कैलाश गहलोत मुख्य लोग थे। कोर्ट के सम्मुख दस्तावेजों में साफ इंगित है कि इन दस्तावेजों में बिना किसी कारण के बदलाव किए गए हैं और बदला हुई रिपोर्ट कभी जनता के सामने प्रस्तुत ही नहीं हुई।
  4. मनीष सिसोदिया के सचिव ने माना है कि मनीष सिसोदिया ने उसे 7 दिसंबर 2022 को केजरीवाल के घर बुलाया और अरविंद केजरीवाल और सत्येन्द्र जैन की उपस्थिति में उसे 30 पेज का दस्तावेज दिया और कहा कि यही दस्तावेज मंत्री परिषद की रिपोर्ट होगी। उस दस्तावेज में शराब कंपनियों को लाइसेंस मिलने का तरीका और लाभ-सीमा जैसे सभी तथ्य थे।
  5. बीआरएस नेत्री के कविता के सीए बुची बाबू ने 23 फरवरी 2023 को दिए अपने बयान में कहा है कि विजय नायर ने आबकारी नीति में बदलाव प्रस्तावित किए जिससे के कविता को मुनाफा हो सके। न्यायालय में बुची बाबू के व्हाट्सअप मैसेज भी उपलब्ध हैं। केजरीवाल के वकीलों ने इन तथ्यों का भी खंडन नहीं किया।
  6. अरविंद केजरीवाल ने साउथ ग्रुप से रिश्वत मांगी और उसके संदर्भ में एम एस रेड्डी ने अपने बयानों में स्पष्ट कहा है अरविंद केजरीवाल ने उनसे मुलाकात में स्पष्ट कहा था कि बीआरएस नेत्री के कविता ने आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए का प्रस्ताव दिया है और 19 मार्च 2021 को के कविता ने उनसे 50 करोड़ रुपए का इंतजाम करने को कहा और फिर उनके बेटे के अनुसार 30 करोड़ रुपए देना तय हुआ। 25 करोड़ रुपए के कविता के करीबी बुची बाबू और अभिषेक बोनपल्ली को दिए गए।
  7. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता पूछ रहे हैं कि पैसा कहां है और किसे दिया गया लेकिन आबकारी घोटाले में कब किसे कितना पैसा दिया गया इसका विवरण भी जांच एजेंसियों ने आज न्यायालय में दिया है।
  8. 25 अप्रैल 2023 को शरत रेड्डी ने कहा कि विजय नायर के माध्यम से अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से मुलाकात हुई और शरत रेड्डी के अनुसार उन्हें काली एसयूवी से उठाकर एक बंग्ले में ले जाया गया जहां अरविंद केजरीवाल ने उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात का पूरा विवरण न्यायालय में पेश किया गया।
  9. उच्च न्यायालय ने विजय नायर की बेल खारिज करते हुए कहा कि इनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं और मीडिया ने भी उनके विरुद्ध जानकारी प्रस्तुत की है।
  10. गोवा चुनाव में 45 करोड़ रुपए का प्रयोग किया गया। गोवा चुनाव के लिए चिन्हित कंपनी के कर्मचारी इस्लाम काजी ने बताया कि चुनाव में काले धन का उपयोग किया गया। सीबीआई ने अपनी पूरक आरोपपत्र के साथ 8 जुलाई 2023 को खुलासा किया, जिसमें कॉल रिकॉर्डिंग और दस्तावेज शामिल हैं।
  11. सार्वजनिक दस्तावेजों से पता चला है कि आम आदमी पार्टी ने 4 मार्गों से पैसा गोवा भेजा था। जो कि क्रमशः 12 करोड़, 7.1 करोड़, 16 करोड़, 7.2 करोड़, 2 करोड़ था। अगस्त 2021 से लेकर जनवरी 2022 तक 18 मौकों पर 17 करोड़ से अधिक और 16 मौकों पर 27 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ ताकि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के पैसे से अपनी राजनीतिक पहचान बना सके।

श्रीमती स्मृति ईरानी ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि शूचिता को साक्षी मनाने वाले अरविंद केजरीवाल राजनीतिक पाखंड करते हैं।