Security forces

कश्मीर घाटी में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे

श्रीनगर, 17 अप्रैल (जनसमा) ।  कश्मीर घाटी में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। अलगाववादियों के आन्दोलन और सुरक्षा बलों पर की जारही पत्थरबाजी का दुष्परिणाम कश्मीर का आम जनजीवन भुगत रहा है।

कश्मीर घाटी में विद्यार्थियों के  विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर मंगलवार को भी सभी उच्च शिक्षा संस्थान बंद रहेंगे।

दूसरी ओर कश्मीर के हालात पर थल सेनाध्यक्ष ने दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से मुलाकात की,  वहीं वे रविवार को प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मिले।

आकाशवाणी के अनुसार जम्‍मू कश्‍मीर में पाकिस्‍तानी सेनाओं ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्‍लंघन करते हुए राजौरी जिले के नौशेरा सैक्‍टर में नियंत्रण रेखा के पास भारी गोलाबारी की है।

रक्षा सूत्रों ने  बताया कि पाकिस्‍तानी सेना ने सवेरे आठ बजे के करीब भारतीय चौकियों और रिहायशी इलाकों पर अकारण फायरिंग शुरू की और गोले भी बरसाये। भारतीय सैनिकों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। किसी भारतीय के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

बारामूला, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, डोरू, कुपवाड़ा, गांदरबल, त्राल और बंदीपोरा कस्बों में भी विद्यार्थियों ने झड़प के दौरान सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की।

विद्यार्थियों के विरोध-प्रदर्शन के बाद सोमवार को कश्मीर घाटी में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।

संचार विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “सभी उपकरणों के लिए इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है।” उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध विरोध-प्रदर्शन की तस्वीरों व वीडियो को अपलोड करने से रोकने के लिए लगाया गया है।

उल्लेखनीय है कि डिग्री कॉलेज पुलवामा में शनिवार को सेना दाखिल हुई थी, जिसका विद्यार्थियों ने विरोध किया था और उन पर तथा उनके वाहनों पर पथराव किया था।

कश्मीर विश्वविद्यालय और केंद्रीय श्रीनगर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताया।