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उपराष्ट्रपति ने मीडिया से तथ्यों को निष्‍पक्ष रूप से पेश करने को कहा

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मीडिया (Media) से तथ्यों (Facts) को निष्‍पक्ष (unprejudiced) रूप से पेश करने को कहा।

ओडिशा के कटक में आज रविवार 5 अक्टूबर को  एक प्रमुख ओडिया दैनिक समाचार पत्र ‘द समाजा’ के शताब्दी समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया (Media)न केवल स्वस्थ लोकतंत्र का हिस्सा है, बल्कि एक अनिवार्य शर्त भी है।

उन्होंने कहा कि मीडिया (Media) को ईमानदार और सच्चा बना रहना चाहिए और बहुत संयम और जिम्मेदारी के साथ काम करना चाहिए।

वेंकैया नायडू ने कहा कि मीडिया को नागरिकों की आवाज आगे बढ़ानी चाहिए और उनके विचारों को कानूनविदों तक पहुंचानी चाहिए।

नायडू ने मीडिया (Media) से लोकतांत्रिक प्रणाली (democratic system) में खामियों (Flaws)  को उजागर करने का आग्रह किया, जिससे सरकार को प्रणाली को अधिक जवाबदेह, उत्तरदायी और नागरिक-अनुकूल बनाने में मदद मिले।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि मीडिया के बिना लोकतंत्र पहिए के बिना एक वाहन के समान है।

उन्होंने मीडिया से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और भाषाओं की रक्षा, संरक्षण और संवर्द्धन में हाथ बंटाने के लिए कहा।

उपराष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि क्षेत्रीय भाषाओं और ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक स्‍थानीय समाचार पत्र भारत में अस्तित्‍व में आएंगे।

वेंकैया नायडू ने कहा कि क्षेत्रीय मीडिया (Media) वास्तव में विवेकपूर्ण, त्वरित और सत्य रिपोर्टिंग के माध्यम से भारत के ग्रामीण परिदृश्य को बदल सकता है।