धोनी ने हार के लिए साझेदारियां न होने को जिम्मेदार ठहराया

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर | भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी  ने गुरुवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में छह रनों से मिली हार की वजह बड़ी साझेदारियों का न होना बताया है। फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 243 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन भारतीय टीम तीन गेंद शेष रहते 236 रनों पर आउट हो गई।

भारत ने दो मौकों पर अहम विकेट गंवा कर किवी टीम को अपने ऊपर हावी होने का मौैका दिया था। पहले 19वें ओवर में अजिंक्य रहाणे और मनीष पांडे चार गेंदों के अंतराल में आउट हो गए थे। इसके बाद धोनी , अक्षर पटेल और अमित मिश्रा 40 से 41 ओवर के बीच नौ गेंदों के भीतर पवेलियन लौट गए थे।

फाइल फोटो : आईएएनएस  

वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो के मुताबिक, धोनी  ने कहा, “आप देखेंगे कि मैच में हमारी तरफ से कुछ साझेदारियां हुईं लेकिन हर साझेदारी के बाद हम विकेट गंवाते रहे। जब आप इस तरह के स्कोर का पीछा कर रहे होते हैं तो यह जरूरी होता है कि कुछ विकेट आपके पास रहें।”

भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा, “अगर आपको आखिरी ओवर में छह-सात रन चाहिए तो वह बन सकते हैं, लेकिन हमारी समस्या यह थी कि हम लगातार विकेट गंवाते रहे। 41वें ओवर में हमने दो विकेट खोए।”

धोनी ने कहा, “यह सिर्फ एक बल्लेबाज की बात नहीं है। हमने लगातार विकेट गंवाए। हर बल्लेबाज कह सकता है कि अगर मैंने 10 फीसदी और योगदान दिया होता तो हम मैच जीत सकते थे। यह सभी बल्लेबाजों की जिम्मेदारी थी। हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया था।”

भारतीय कप्तान ने पहले गेंदबाजी करने के फैसले का बचाव किया और कहा कि इस विकेट पर 242 का स्कोर अच्छा था।

धोनी ने कहा, “अगर हमारे किसी एक बल्लेबाज ने 15 मिनट और बल्लेबाजी की होती तो हम मैच जीत सकते थे। गेंदबाजों ने मैच में वापसी के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। शुरुआत में उनके बल्लेबाजों को रोकना मुश्किल था, उन्होंने कुछ अच्छे शॉट भी लगाए। यह नहीं भूलना चाहिए कि हमने कुछ कैच छोड़े। कुल मिलाकर मैं 240-245 से काफी खुश था क्योंकि यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता था।”

दूसरे एकदिवसीय मैच को जीत कर किवी टीम ने पांच मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली है।          -आईएएनएस