युवा नौकरी ढूंढने की नहीं नौकरी देने की मानसिकता को अपनाएं : मोदी

नई दिल्ली, 16 जनवरी । युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सुविधाएं जुटाने में सहायता करने लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्टार्ट अप इंडिया का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्टार्टअप इंडिया से जुड़ने वाले लोगों और कारोबारियों के लिए टेक्स में कई प्रकार की छूट की  घोषणा की I

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपको यह बताना है कि हमें क्या नहीं करना है। लगभग 70 साल तक काम करने के बाद भी हम कहां पहुंचे ? चाय बेचने वाला मोदी कुछ कर पाए या ना कर पाए लेकिन देश के करोडो़ं नौजवान कुछ करे यह मेरी उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया में तीन साल के लिये मुनाफे को इनकम टैक्स से मुक्ति दी जाएगी I साथ ही उनकी सरकार वित्तीय संसाधनों की वृद्धि के लिये कैपिटल गैन टैक्स की छूट देने की तैयारी भी कर रही है I वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने के  लिए सरकार इस योजना को दस करोड़ रुपये की मदद भी देगी।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिये अगले चार वर्षों में केंद्र सरकार हर साल 500 करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी स्कीम लायेगी। साथ ही अन्य वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये 10 हजार करोड़ का डेडिकेटेड फंड दिया जाएगा। सरकारी खरीद में स्टार्ट अप को छूट मिलेगी और सरकार जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट पर काम करेगी I
प्रधानमंत्री मोदी ने वकीलों की चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में काम करने वाले वकील बहुत कम हैं और जो हैं भी वह बहुत महंगे हैं। इसलिए देश के सभी प्रमुख शहरों में कॉमर्स चैंबर स्थापित किये जाने चाहिए I केंद्र सरकार इसके लिये निशुल्क व्यवस्था करेगी I हमें आईपी और वायपी (यूथ प्रॉपर्टी) को मिलाना है। अब तीन साल तक कोई निरीक्षण नहीं होगा। मेक इन इंडिया और मेक फॉ़र इंडिया के माध्यम से युवा देश के लिये बहुत कुछ कर सकते हैं।
भारत की समस्याओं की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में करोड़ों समस्याएं हैं, लेकिन समस्याओं से दस गुना दिमाग हमारे पास है। हर स्टार्टअप के पीछे किसी समस्या के समाधान का इरादा होना चाहिये। स्टार्टअप से सिर्फ तकनीकी रूप से नहीं, बल्कि बहुत कुछ किया जा सकता है। युवाओं को नौकरी ढूंढने की मानसिकता से बाहर निकलना होगा और नौकरी देने की मानसिकता को अपनाना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक आईटी के दायरे से बाहर निकल कर भी इनोवेशन करना होगा। भारत जैसा जुगाड़ दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा। लेकिन जुगाड़ से सिर्फ अपनी समस्या का समाधान ढूंढा जाता है और हमें सबके लिये समाधान पर काम करना होगा।
फल-सब्जियों के खराब होने स्थिति से चिंतित प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बड़ी मात्रा में अनाज, फल-फूल, सब्जियां खराब हो जाती हैं I हमें ऐसी तकनीकी पर ध्यान देना होगा, जिससे इनका संरक्षण किया जा सकता है। यदि ऐसा हो गया तो दुनियाभर में करोड़ों लोगों का पेट भर जाएगा। स्टार्ट अप करने वालों की सफलता जोखिम लेने की क्षमता और कुछ नया साहस दिखाने के इरादे से मिलती है।
मोदी ने भारत की खोज करने वाले कोलंबस का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया को लगता है ये पागल है लेकिन जो करता है वही जानता है कि क्या करना है विचारों के साथ जुट जाना जरूरी होता है I ऐसा करने वाले ही एक दिन कमाल करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की है कि आगामी 1 अप्रैल से स्टार्ट अप योजना के लिये एक एप्लीकेशन भी लॉन्च किया जाएगा I साथ ही सरकार आईपीआर स्कीम भी लेकर आएगी I(हि.स.)