रावी नदी पर फेंसिंग की चूक का फायदा आतंकियों ने उठाया

पठानकोट, 18 जनवरी। पठानकोट आंतकी हमले के मामले में एनआईए ने अपनी प्रारंभिक जांच के बाद कहा है कि बामियाल गांव के पास बहने वाली रावी नदी पर फेंसिंग में चूक हुई, इसका आतंकियों ने फायदा उठाया।

याद रहे पठानकोट पर हमला करने आए आतंकी गुरदासपुर के बामियाल गांव से घुसे थे। इस गांव में पाकिस्तानी ब्रांड के जूतों के निशान भी मिले हैं।

पठानकोट आंतकी हमले में एनआईए को एसपी सलविन्दर सिंह का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी एनआईए को अदालत ने दी है।

पठानकोट वायुसेना ठिकाने पर आतंकवादी हमले के सिलसिले में जांच एजेंसियाँ सलविन्दर सिंह से लगातार पूछताछ कर रही है। सच्चाई तक पहुंचने के लिए उन्होंने लाई डिटेक्टर टेस्ट की अदालत से मंजूरी मांगी  थी।

पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद होम मिनिस्ट्री ने एक्शन लिया है। बीएसएफ के डीआईजी एन.के. मिश्रा और कमांडेंट एसएस डवास का ट्रांसफर कर दिया गया है। ये अफसर गुरुदासपुर सेक्टर में तैनात थे।

केंद्र और राज्य दोनों जांचकर्ताओं का मानना है कि पठानकोट के हमलावर उसी रास्ते से आए थे, जिस रास्ते से दीनागनगर के आतंकी आए थे। गुरदासपुर के दीनानगर थाने पर पिछले साल जुलाई में आतंकी हमला हुआ था। इस इलाके से घुसपैठ न हो, इसकी जिम्मेदारी बीएसएफ पर ही है।-एजेंसी