विकास योजनाओं में रोड़े अटकाती है अखिलेश सरकार : उमा भारती

गोरखपुर, 27 फरवरी। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विकास का झूठा दावा कर रहे हैं। केंद्र सरकार की विकास की योजनाओं को उन्होंने बाधित किया है। उन्होंने इस मुद्दे पर अखिलेश यादव को खुली बहस की चुनौती दी।

गोरखपुर में भाजपा के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उमा भारती ने कहा, “अखिलेश यादव विकास के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से बहस करने की बात कह रहे हैं, लेकिन उन्हें पहले मुझसे बहस करनी चाहिए। अपने मंत्रालय से जुड़े उप्र के कामों में मुझे कितनी दिक्कत हुई है, इसे बयान करना मुश्किल है।”

उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने केंद्र सरकार की विकास योजना को बाधित करने का काम किया है। उन्होंने तरकुलानी प्रोजेक्ट के बारे में कहा, “केंद्र इसके लिए शत प्रतिशत धनराशि देना चाहता है। मैं और मेरे अधिकारी प्रस्ताव और डीपीआर के लिए चिट्ठी लिख-लिख कर थक गए।” उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार ने राजनीतिक दुश्मनी में केंद्र सरकार से जहरीला रवैया रखा और विकास के काम में रोड़े अटकाती रही।

उमा ने पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश की जनता को अखिलेश और राहुल का साथ पसंद नहीं आया। यही नहीं मतदाता बसपा को भी किनारे लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस तथा बहुजन समाज पार्टी 150 सीट के भीतर सिमटकर रह जाएगी।”

कपिल सिब्बल के मोदी कैबिनेट को अंगूठा छाप बताए जाने पर उन्होंने कहा कि कपड़े और रहन सहन के आधार पर किसी की योग्यता का आकलन करने वाले लोग काले अंग्रेज हैं।

राम मंदिर निर्माण के एजेंडे पर उन्होंने कहा कि भाजपा अपने रुख पर कायम है। बातचीत से विवाद खत्म कर राममंदिर का निर्माण होगा।

उमा भारती ने कहा, “2024 तक गंगा दुनिया की सबसे साफ नदी होगी। इस पर कार्य शुरू हो गया है।” उमा भारती ने कहा कि भाजपा छोटे राज्य की पक्षधर रही है। उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़ इसके उदाहरण हैं। पूर्वाचल के विकास को लेकर पार्टी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, “हम और योगी आदित्यनाथ मुस्लिम विरोधी नहीं हैं लेकिन गलत काम के लिए किसी का समर्थन नहीं कर सकते। वामपंथियों ने भाजपा नेताओं की छवि बिगाड़ने का अभियान चलाया है।”

तीन तलाक मामले में उन्होंने कहा, “तीन तलाक हर हाल में खत्म होना चाहिए। महिलाओं को जलेबी के दाने की तरह कोई फेंक नहीं सकता। तीन तलाक का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है।”         –आईएएनएस