भाजपा उप्र में 300 के पार, मायावती को ईवीएम में गड़बड़ी का शक

लखनऊ, 11 मार्च | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद शनिवार को मतगणना जारी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दो तिहाई बहुमत की तरफ बढ़ रही है, वह 310 सीटों पर बढ़त बना चुकी है। इस बीच मायावती ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा के उम्मीदवार 262 सीटों पर विजयी हो चुके हैं और पार्टी उम्मीदवार 49 सीटों पर आगे चल रहे हैं। भाजपा के बाद दूसरे नंबर पर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) है, जिसके 43 उम्मीदवार जीत चुके हैं और 4 सीटों पर आगे चल रहे हैं।

फोटो : विधानसभा चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद नई दिल्ली में भाजपा समर्थकों के साथ जश्न मनाते भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह। (आईएएनएस)

आयोग के मुताबिक, बसपा 16 सीटें जीत चुकी है और उसके उम्मीदवार 4 सीटों पर आगे चल रहे हैं। कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है और 1 सीट पर बढ़त बनाए हुई है।

राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का एक उम्मीदवार विजयी हुआ है। अपना दल (सोनेलाल) के उम्मीदवार 8 सीटों पर चुनाव जीत चुके हैं, जिसका भाजपा के साथ गठबंधन है। इस पार्टी के उम्मीदवार अन्य 1 सीट पर बढ़त बनाए हुए है।

मुजफ्फरनगर जनपद की पुरकाजी सीट से भाजपा के प्रमोद ऊंटवाल, खतौली सीट से भाजपा के विक्रम सैनी और चरथावल से भाजपा के विजय कश्यप ने जीत हासिल की है। अमरोहा की मंडी धनौरा सीट पर भाजपा के राजीव तरारा ने कब्जा किया है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के जगराम को 38,227 मतों से हराया।

भाजपा के राजीव तरारा को 1,02943 कुल मत मिले, जबकि सपा के जगराम को 64,716 कुल मत मिले। गोरखपुर के कैम्पियरगंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी पूर्व कैबिनेट मंत्री फतेह बहादुर छठी बार निर्वाचित हुए हैं, उन्होंने कांग्रेस की चिंता यादव को लगभग 33 हजार वोट से हराया। पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के फतेहबहादुर सिंह बेटे हैं और वर्तमान में विधायक हैं।

मेरठ शहर सीट से सपा के रफीक अंसारी ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी को हरा दिया है, जबकि मेरठ की किठौर सीट से सपा के कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर को हराकर भाजपा के सतवीर त्यागी चुनाव जीत गए हैं।

इधर, बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा पर ईवीएम में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई है, इसलिए दूसरी पार्टी का भी वोट भाजपा के पक्ष में चला गया। मुस्लिम बहुल इलाकों का वोट भी भाजपा के पक्ष में कैसे चला गया, यह हैरान करने वाली बात है।

उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर इस चुनाव को रद्द कराकर बैलेट पेपर के जरिए दोबारा चुनाव कराने की मांग की गई है।

मायावती ने कहा कि यदि निर्वाचन आयोग ने उनकी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की तो बसपा आंदोलन करेगी और अदालत की शरण लेगी।

इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मायावती हताशा और निराशा में इस तरह का बयान दे रही हैं। वह खुद उप्र में चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनके मुंह से इस तरह की बात शोभा नहीं देती। उन्हें बैठकर आत्ममंथन करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि उप्र विधानसभा चुनाव-2012 में समाजवादी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला था। सपा ने कुल 224 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बहुजन समाज पार्टी 80 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर थी, जबकि भाजपा 47 सीटें लेकर चौथे स्थान पर थी। कांग्रेस को 28 और रालोद को नौ सीटें मिली थीं।           –आईएएनएस