बिहार की एक पंचायत में खुले में शौच करने पर भरना होगा जुर्माना

छत्तीसगढ़ के डुमरडीह गांव ने पेश की स्वच्छता की मिसाल

रायपुर, 30 जुलाई। स्वच्छ भारत मिशन के तहत छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड के गांव डुमरडीह ने स्वच्छता की अनोखी मिसाल पेश की है। 155 घरों वाले इस गांव में ग्रामीणों ने स्वयं के खर्च पर शौचालय का निर्माण कराया है।

जागरूक हुए ग्रामीणों ने जहां दो बेसहारा महिलाओं के लिए शौचालय बनवाया, वहीं गांव में ढाई लाख की लागत से आठ सीटों वाले सार्वजनिक शौचालय का निर्माण भी कराया है। गांव में गठित महिला जागृति स्वच्छता समिति हर माह पूर्णिमा के दिन गांव की गलियों में साफ-सफाई भी नियमित रूप से करती है।

डुमरडीह गांव के स्वच्छता प्रेरक संतराम यादव के नेतृत्व में आए ग्रामीणों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों द्वारा स्वच्छ भारत मिशन में की जा रही सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के सभी 155 घरों में शौचालयों का निर्माण स्वयं के खर्च पर करके राजनांदगांव जिले ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

संतराम यादव ने बताया कि डुमरडीह में ग्रामीणों द्वारा निर्मित आठ सीटों वाले स्वयंमेव सार्वजनिक शौचालय की नियमित साफ-सफाई का काम गांव वालों द्वारा किया जा रहा है। गांव में गठित महिला जागृति स्वच्छता समिति हर माह पूर्णिमा के दिन गांव की गलियों में साफ-सफाई का काम किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस समिति में गांव की 90 महिलाएं सदस्य हैं।

संतराम यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के आह्वान से प्रेरणा लेकर उन्होंने गांव वालों को घर में शौचालय बनाने के लिए समझाया।

गांव के सात महिला स्वयं सहायता समूहों ने भी लोगों को प्रेरित करने के काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांव वालों को बताया गया कि अपने घरों में शौचालय बनाने से बीमारियां कम होंगी, समय बचेगा और बहू-बेटियों की मर्यादा की रक्षा होगी।

उन्होंने बताया कि गांव वालों ने अंशदान कर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया। अनेक गांव वालों ने अपने घरों में लगभग 20 से 60 हजार रुपये तक की राशि शौचालय और बाथरूम बनाने में खर्च की।

उन्होंने यह भी बताया कि गांव की दो बेसहारा महिलाओं 70 वर्षीय मंगतीन बाई और 35 वर्षीय परमेश्वरी के घर में शौचालय बनाने के लिए भी गांव वालों ने सहयोग दिया।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 21 फरवरी को कुरुर्भाठा में आयोजित कार्यक्रम में राजनांदगांव जिले के दो विकासखंडों-अंबागढ़ चौकी और छुरिया विकासखंड को खुले में शौचमुक्त विकासखंड घोषित किया था।

इसी कार्यक्रम में उन्होंने खुले में शौचमुक्त गांव डुमरडीह के स्वच्छता प्रेरक संतराम यादव को स्वच्छता मिशन में निभाई गई भागीदारी के लिए सम्मानित भी किया था। प्रधानमंत्री ने इस गांव के भ्रमण के लिए देश के विभिन्न जिलों के कलेक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों को भेजा।

उन्होंने बीते तीन जुलाई को डुमरडीह का दौरा कर वहां स्वच्छता मिशन के तहत किए गए कार्यो को देखा और ग्रामीणों से इस अभियान को सफल बनाने के लिए किए गए प्रयासों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

कलेक्टरों के इस दल ने इस गांव में जनसहभागिता से स्वच्छता के लिए किए गए कार्यो की सराहना की।