Idukki Arch Dam

केरल में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण 27 लोग मरे

Flood in Keralaपिछले दो दिनों में केरल में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण 27 लोगों के मारे जाने का समाचार है। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने स्थिति को ‘अत्यंत गंभीर’ बताया है।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि स्थिति भयावह है।

केरल में इडुक्की चेरुथोनी बांध का पांचवा और अंतिम गेट भी खोल दिया गया है। अब बांध के सभी गेट खोले जा चुके हैं। भारी बारिश के कारण चारों ओर पानी ही पानी दिखाई देरहा है। कई इलाकों में सड़कें और पुल बह गए हैं।

केरल में बाढ़ और बारिश: आकाशवाणी द्वारा ट्वीटर पर जारी फोटो

इडुक्की चेरूथोनी बांध को 26 वर्षों के बाद खोला गया है। राज्य के इतिहास में पहली बार 24 बांधों को खोला गया है क्योंकि उनका जल स्तर अधिकतम सीमा तक पहुंच गया है।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि  केरल के मुख्यमंत्री से बात करेंगे।  केंद्र की तरफ से राज्य को पूरी मदद दी जाएगी। । गृह मंत्रालय स्थिति पर नज़र रखे हुए है।

समाचार एजेंसियों और स्थानीय चैनलों के अनुसार मुन्नार में भूस्खलन और चट्टानों के गिरने के कारण एक रिजॉर्ट में करीब 60 लोग फंस गए हैं। इनमें बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी बताये जारहे हैं।

मौसम विभाग ने राज्य में 48 घंटों के लिए भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।

प्रभावित जिलों में बचाव अभियान चलाया जारहा है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, सेना, नौसेना और तटरक्षक दल बचाव के काम के लिए हर समय तैयार हैं।

सदस्यों ने लोकसभा में केरल की बाढ़ और इससे प्रभावित पीड़ितों का मुद्दा उठाया ।

मंत्री ने सदन को सूचित किया कि उनके सहयोगी किरेन रिजिजू ने स्थिति का आंकलन करने के लिए केरल का दौरा किया था।

Idukki Dam

सामान्य दिनों में इडुक्की बांध का सुरम्य दृश्य

इडुक्की बांध पेरियार नदी पर कुरवनमाला और कुरथिमाला के बीच बनाया गया है। 167.68 मीटर पर बना यह एशिया में सबसे बड़ा आर्क बांध है और तीसरा सबसे लंबा आर्क बांध है।

इसने 4 अक्टूबर 1975 को बिजली पैदा करना शुरू किया। यहां 780 मेगावाट हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन है।

तकनीकी रूप से इडुक्की बांध एक ठोस डबल वक्रता पैराबॉलिक पतली चाप वाला बांध है। यह पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र भी है।