‘रेल गीत’ राष्ट्र को समर्पित

नई दिल्ली, 6 अगस्त (जस)। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को एक रेल गीत राष्ट्र को समर्पित किया। गीत के शुरुआती बोल हैं ‘ भारत की रेल महान है- प्रगति की पहचान है -भारत की ये शान- देश की ये जान है- इंडियन रेलवे – वी लव इंडियन रेलवे।

फोटो : ‘रेल गीत’ को लांच करने के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सुरेश प्रभु।

इस गीत की रचना पूर्व रेल अधिकारी सत्यप्रकाश ने की है और मशहूर संगीत निर्देशक श्रवण ने संगीत दिया है। गीत को सुर दिए हैं- उदित नारायण और कविता कृष्णामूर्ति ने।

इस अवसर पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हमारे देश में लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रतीक अहम भूमिका निभातें हैं और ये रेल गीत भी रेलकर्मियों और रेल यात्रियों के लिए ऐसा ही साबित हेागा। ये लोगों को आगे बढ़ने एवं भारतीय रेल के विकास में योगदान देने की प्रेरणा देगा। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि स्वतंत्रता संग्राम में भी गीतों और नारों ने करोड़ों लोगों को प्रेरित करने के लिए एक इंजन के रूप में काम किया था।

रेलकर्मियों की मेहनत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ये रेल गीत लाखों रेलकर्मियों की प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शता है। साथ ही इस गीत से जुड़े सभी लोगों का भी उन्होंने आभार व्यक्त किया।