संत कबीरदास

संत कबीरदास जी की जयंती पर कोटिश: नमन्!

संत कबीरदास जी की जयंती पर कोटिश: नमन्! कबीर दास जी की रचनाएँ अनंतकाल तक मनुष्य को जीवन के सत्य का दर्शन कराकर सत्पथ पर अविराम गतिमान बनाये रखेंगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 24 जून,2021 को भोपाल में निवास पर  उन्हें स्मरण करते हुए कबीर दास जी को नमन किया।

मुख्यमंत्री  चौहान ने ट्वीट कर कहा कि अपनी अनुपम रचनाओं और दोहों से मानवता का सच्चा पाठ पढ़ाने वाले महान कवि और 

भारत के महान संत और आध्यात्मिक कवि कबीर दास का जन्म वर्ष 1440 में हुआ था।

संत कबीरदास जी ने एक सामान्य गृहस्वामी और एक संत के संतुलित जीवन को जिया। रामानंद जी से शिक्षा ली। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में परमेश्वर की भक्ति के एक महान प्रवर्तक के रूप में उभरे।

इनकी रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया। उनका लेखन सिक्खों के आदि ग्रंथ में भी मिलता है। वे एक सर्वोच्च ईश्वर में विश्वास रखते थे।

संत कबीरदास जी ने समाज में फैली कुरीतियों, कर्मकांड, अंधविश्वास की निंदा की और सामाजिक बुराइयों की कड़ी आलोचना भी। कबीर पंथ नामक धार्मिक सम्प्रदाय इनकी शिक्षाओं पर आधारित है।