Supreme Court

उन्नाव बलात्कार से जुड़े सभी पांच मामले दिल्ली स्थानांतरित करने का आदेश

Unnao rape

Unnao rape accused MLA Kuldeep Singh Sengar

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने गुरूवार 01 अगस्त, 2019  को उत्तर प्रदेश की एक अदालत से उन्नाव बलात्कार (Unnao rape) की घटना के सिलसिले में दर्ज सभी पाँच मामलों को राष्ट्रीय राजधानी की एक सक्षम अदालत में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया।

उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को अंतरिम मुआवजे के तौर पर उन्नाव दुष्कर्म (Unnao rape ) पीड़िता (survivor) को 25 लाख रूपये और उसके वकील को 20 लाख रूपये देने के आदेश भी दिये।

इसके अलावा, उच्चतम न्यायालय ने सीबीआई (CBI) को पिछले रविवार,  28 जुलाई की कार  दुर्घटना से संबंधित पांचवें मामले की जांच सात दिनों के भीतर पूरी करने का निर्देश दिया है।

रायबरेली के पास 28 जुलाई की इस कार  दुर्घटना में उन्नाव दुष्कर्म ( Unnao rape ) पीड़िता की जान बच गई किन्तु गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इसके साथ ही उन्नाव दुष्कर्म ( Unnao rape ) पीड़िता का वकील भी गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना में दुष्कर्म पीड़िता की चाचा और मौसी की मौत हो गई।

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई (Chief Justice Ranjan Gogoi ) की अध्यक्षता वाली पीठ ने स्पष्ट किया कि दुर्घटना के मामले में जांच के लिए एजेंसी असाधारण परिस्थितियों में केवल सात दिनों का अतिरिक्त समय मांग सकती है ।

न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और अनिरुद्ध बोस की पीठ ने  कहा कि उन्नाव दुष्कर्म ( Unnao rape ) से संबंधित सभी पांचों मामलों की सुनवाई 45 दिन में पूरी हो जानी चाहिए। पीठ ने मामलों की सुनवाई रोजाना करने के आदेश भी दिये।

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने कहा कि मामलों की सुनवाई के लिए पीठासीन न्यायाधीश का नाम  तय किया जाएगा।

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court)ने दुष्कर्म पीडिता की मां और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश भी दिये और कहा कि कमांडेंट स्तर का एक अधिकारी इसकी अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करेगा।

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज अस्पताल से सीबीआई को दिय़े गये मौखिक निर्देशों पर भी गौर किया ।जिसमें बताया गया है कि दुष्कर्म पीडिता और उसके वकील की स्थिति ऐसी है कि उन्हें विमान से नई दिल्ली के एम्स में भेजा जा सकता है।

उच्चतम  न्यायालय (Supreme Court) इस मामले की सुनवाई शुक्रवार, 02 अगस्त,2019 को फिर करेगा जिसमें रायबरेली जेल में बंद दुष्कर्म पीडिता के चाचा की ओर से दायर की गई याचिका पर विचार किया जायेगा।

पीडिता के चाचा  ने दिल्ली की जेल में स्थानांतरित  करने का अनुरोध किया है। रविवार,  28 जुलाई को हुई दुर्घटना में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी।

सीबीआई ने रविवार की सड़क दुर्घटना की जांच का जिम्मा संभाला है ।  इस मामले में भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (MLA Kuldeep Singh Sengar) सहित दस लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

कुलदीप सिंह सेंगर पहले से ही जेल में बंद है। सेंगर  पर उन्नाव की महिला से बलात्कार का आरोप है, जब वह 2017 में नाबालिग थी।