जयपुर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया

यूनेस्को की विश्व धरोहर (World Heritage)  समिति ने राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगर जयपुर को विश्व धरोहर (World Heritage) सूची में शामिल कर लिया।

समिति की शनिवार 6 जुलाई को अज़रबेजान की राजधानी बाकू में चल रही बैठक में सात अन्य विश्व धरोहरों के साथ जयपुर को भी सांस्कृतिक स्थलों की सूची में शामिल किया।

प्रधान मंत्री  नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि जयपुर संस्कृति और वीरता से जुड़ा शहर है। भव्य और ऊर्जावान, जयपुर का आतिथ्य सभी लोगों को आकर्षित करता है। खुशी है कि इस शहर को @UNESCO द्वारा विश्व विरासत (World Heritage)  स्थल के रूप में अंकित किया गया है।

सूची में शामिल अन्य छह साइटें ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, चीन, इंडोनेशिया, जापान और पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ लाओ में स्थित हैं।

यूनेस्को की विश्व धरोहर (World Heritage)  समिति की ओर से जारी एक जानकारी में कहा गया है कि जयपुर शहर, भारत के उत्तर-पश्चिमी राज्य राजस्थान में है और इसे किलों का शहर कहा जाता हे। इसकी स्थापना 1727 में महाराजा सवाई जय सिंह ने की थी।

पहाड़ी इलाकों में स्थित क्षेत्र के अन्य शहरों के विपरीत जयपुर को मैदान भूमि पर स्थापित किया गया था और इसे वैदिक वास्तुकला के के अनुसार बनाया गया था। सड़कों पर बाजारों की सुविधा के साथ ही शहर के केन्द्र में बड़े चौराहों का निर्माण किया गया जिन्हें चौपड़ कहा जाता है।

शहर की निर्माण योजना प्राचीन हिंदू और आधुनिक मुगल और पश्चिमी संस्कृतियों के मेलजोल को दर्शाती है।

एक व्यावसायिक राजधानी के रूप में डिज़ाइन किया गया जयपुर शहर ने आज तक अपनी स्थानीय वाणिज्यिक गतिविधियों, कारीगरी और सहकारी परंपराओं के लिए जाना जाता है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि यह बहुत गर्व की बात है कि हमारी #PinkCity, # जयपुर को @UNESCO द्वारा #WorldHeritage साइट घोषित किया गया है।

यह  # राजस्थान के गौरव को बढ़ाएगा। साथ ही उन्होंने ट्वीट किया कि जयपुर न केवल प्रतिष्ठा का विषय है, बल्कि यह पर्यटन को बढ़ावा देगा। बुनियादी ढांचे में सुधार के साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।