राष्ट्रपति ने एम.जी.के. मेनन के निधन पर शोक जताया

नई दिल्ली, 23 नवंबर | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रख्यात भौतिक विज्ञानी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख एम.जी.के. मेनन के निधन पर बुधवार शोक जताया। उन्होंने मेनन के निधन को ‘देश के लिए एक बड़ी क्षति’ बताया। मेनन की पत्नी इंदु मेनन को भेजे अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, “मैं प्रोफेसर एम.जी.के. मेनन के निधन के समाचार से दुखी हूं।”

उन्होंने कहा, “एक प्रशंसित भौतिक विज्ञानी और प्रशासक प्रोफेसर मेनन देश की अपनी दीर्घकालिक सेवाओं के लिए याद कि ए जाएंगे। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं शिक्षा राज्य मंत्री, योजना आयोग के सदस्य, सांसद (राज्यसभा), भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष और टीआईएफआर के निदेशक के तौर पर अपनी सेवाएं दी।”

राष्ट्रपति ने कहा कि मेनन ने कास्मिक किरणों के क्षेत्र में शोध और खास तौर से प्राथमिक कणों की उच्च ऊर्जा पर कार्य में अपना प्रतिष्ठित योगदान दिया।

वह भारत के तीनों विज्ञान अकादमियों के अध्येता और सभी के अध्यक्ष भी रहे। एक तारे 7564 का नाम गोकुमेनन उनके सम्मान में 2008 में रखा गया था।

राष्ट्रपति ने कहा, “मैं उनके निधन को लेकर शोक संवेदना प्रकट करता हूं। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह आपको और परिवार के अन्य सदस्यों को इस असहनीय पीड़ा को सहने की हिम्मत दें।”

मेनन (88) बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनका मंगलवार को अपने आवास पर निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री हैं।    –आईएएनएस

(फाइल फोटो)