Shivraj Singh Chauhan

गांधी शांति प्रतिष्ठान में चौहान को दी गई ‘नदी नायक’ की उपाधि

नई दिल्ली, 18 मई (जनसमा)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ‘नदी नायक’ की उपाधि से विभूषित किया गया है। बुद्धवार को यह उपाधि गांधी शांति प्रतिष्ठान में जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने  ‘जल-जन जोड़ो अभियान, जल सुरक्षा अधिनियम निर्माण” सम्मेलन में दी। राष्ट्रीय जल सम्मेलन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सफल ‘नमामि देवि नर्मदे”-सेवा यात्रा की पूर्णता पर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में जल-जन जोड़ो अभियान के सदस्यों के अलावा स्वामी मुक्तेश्वरानंद जी महाराज भी मौजूद थे।

राजेन्द्र सिंह ने कहा कि राजकाज, समाज और संत को जोड़ने का यह अद्भुत कार्य शिवराज सिंह चौहान ने किया है। चौहान ने नर्मदा नदी के संरक्षण और शुद्धिकरण अभियान द्वारा माँ नर्मदा का सम्मान किया है। नीर, नदी और नारी का सम्मान किया है और 150 दिनों की यात्रा में 49 दिन स्वयं भाग लेकर अदभुत कार्य किया है।

चौहान ने 150 दिनों की यात्रा के अपने अनुभव साझा किये और कहा कि धरती संकट में है। ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की समस्या से धरती जूझ रही है। अगर हमने पानी को नहीं बचाया तो धरती पर जीवन नहीं रहेगा। संकल्प बहुत बड़ा और गहरा है और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित रखना ही इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य था।

उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा शिव की कन्या कही जाती हैं और विन्ध्य और सतपुड़ा के बीच में बहती हैं। सरकार ने नहीं समाज ने यह जन-आंदोलन चलाया है। यह यात्रा पाँच माह पाँच दिन चली है, जिसका मुख्य उद्देश्य जल को प्रदूषित होने से रोकना था। नशा मुक्ति अभियान चलाना, नर्मदा नदी के पाँच किलोमीटर तक शराब की दुकानें खोलने पर रोक, सुलभ शौचालय, पूजा कुंड स्थापित करना और लोगों में जन-चेतना पैदा करना था। चौहान ने बताया कि इस अभियान में 25 लाख लोगों ने ध्वज हाथ में लेकर यात्रा की।

चौहान ने कहा कि अब क्षिप्रा नदी को पुनर्जीवित करने का कार्यक्रम शीघ्र ही शुरू किया जायेगा। आगामी 2 जुलाई को लाखों लोग करोड़ों पौधे एक साथ नर्मदा के किनारे लगायेंगे। चौहान ने सभी उपस्थितों से आग्रह किया कि वे इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग दें।

स्वामी मुक्तेश्वरानंद जी ने मुख्यमंत्री चौहान की नर्मदा सेवा यात्रा की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह आदर्श कार्य किया है और इसका अन्य राज्यों को अनुसरण करना चाहिए। चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जल योजना पर जारी पुस्तक ”नर्मदा प्रवाह” की प्रति स्वामी मुक्तेश्वरानंद और जल पुरुष राजेन्द्र सिंह को भेंट की।