बर्ड फ्लू

केरल, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल में बर्ड फ्लू

केरल, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में पक्षियों मरने और पक्षियों में बर्ड फ्लू यानी एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) के मामले मिलने के बाद निगरानी मुस्तैद करदी गई और संबंधित विभाग इस दिशा में कारगर कदम उठा रहे हैं।

यह रिपोर्ट केरल के अलाप्पुझा जिले के थालावाडी दक्षिण, थाकाझी, पल्लीपड एवं करुवट्टेन और कोट्टायम जिले के नीन्दूर गांवों में एवियन इन्फ्लूएंजा के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए चलाए गए अभियानों की अब तक की स्थिति के बारे में है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पक्षियों को मारने के लिए अलाप्पुझा जिले के उपरोक्‍त 4 एपिसेंटरों में कुल 5 आर आर टी  और कोट्टायम जिले के नीन्‍दूर एपिसेंटर में 8 आरआरटी तैनात किए गए हैं।

बर्ड फ्लू  नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए केरल के अलाप्‍पुझा जिले के एपिसेंटरों में कुल 17,326 पक्षियों (9,066 पल्लीपड में, 8,260 करुवट्टेन में) को मारा जा चुका है और कुल मिलाकर 1,570 किलोग्राम चारे को नष्ट किया गया है।

कोट्टायम जिले में एपिसेंटर में 4,229 पक्षियों को मार दिया गया है और 6.01.2021 को कुल 8 किलोग्राम चारे और 42 अंडों को नष्ट कर दिया गया।

इसके अलावा, राजस्थान में जयपुर के काले हनुमानजी फॉरेस्‍ट नाका से कौवों के कुछ नमूनों में एच5एन8 वायरस के संक्रमण पाए गए हैं।

केन्द्र सरकार की ओर से राज्यों को सलाह जारी की गई है ताकि पोल्ट्री तक इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।

आज हरियाणा में 7,111 घरेलू पक्षियों, मध्य प्रदेश में 150 जंगली पक्षियों, गुजरात में 10 कौवों और हिमाचल प्रदेश में 336  प्रवासी पक्षियों में असामान्य मृत्‍यु पाई गई।

हरियाणा से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले 25 दिनों में बरवाला, पंचकूला में कुल 4,30,267 पक्षियों की मौत हुई है।

जांच के लिए इनके नमूनों को निर्धारित प्रयोगशाला में भेजा गया है जिनके परिणाम आना अभी बाकी है। राज्‍य ने इस बीमारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए 59 आरआरटी का गठन किया है।