COVID-19

भारत के पास है COVID-19 की सबसे खराब चुनौती से भी निपटने की क्षमता

India Fights Corona :  भारत ने कोरोनावायरस (COVID-19) की सबसे खराब चुनौती से भी निपटने के लिए पर्याप्त क्षमता और संसाधन हासिल कर ली है।

हमारे पास देश की सभी 2,033 समर्पित सुविधाओं में 1,90,000 से अधिक पृथक बैड, 24,000 से अधिक आईसीयू बैड और 12,000 से अधिक वेंटिलेटर हैं। इन सभी सुविधाओं को पिछले 03 महीनों के भीतर व्यवस्थित किया गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ गुरूवार, 23 अप्रैल,2020 को हुए  एक वर्चुअल वार्तालाप सत्र में भाग लेते हुए यह बात  पूर्ण विश्वास के साथ केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कही ।

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 (COVID-19)  से निपटने में भारत की भूमिका अग्रणी रही है और अपने कोरोना योद्धाओं की अहम और उत्कृष्ठ सेवाओं के कारण भारत दुनिया के बाकी हिस्सों से बेहतर स्थिति में है।

डॉ. हर्षवर्धन ने संभावित पीड़ितों या रोग संवाहकों पर नजर रखने के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा किए गए सक्रिय निगरानी प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि हम दुश्मन और उसके ठिकाने को जानते हैं।

उन्होंने कहा कि हम इस दुश्मन को सामुदायिक निगरानी, ​​विभिन्न सलाहों को जारी करके और गतिशील रणनीति के माध्यम से रोकने में सक्षम बने।

कोविड-19 (COVID-19) से उत्पन्न इस संकट को देश में स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली को मजबूत करने के अवसर में कैसे बदला गया, इस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि शुरूआत में कोविड-19 की जाँच के लिए पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में हमारी केवल एक लैब थी।

उन्होंने कहा कि पिछले 3 महीनों के दौरान हमने 16 हजार से अधिक सैम्पल संग्रह केंद्रों के साथ 87 निजी प्रयोगशालाओं की मदद से सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या को 230 तक बढ़ाया है।

अब तक हमने कोविड-19 (COVID-19)  के लिए 5 लाख से अधिक लोगों की जांच की है। हम 31 मई 2020 तक सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या को बढ़ाकर 300 करने और प्रतिदिन अपनी वर्तमान दैनिक जांच क्षमता को 55,000 से 1 लाख तक करने जा रहे हैं।

संकट से निपटने के लिए देश द्वारा की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने आने वाले समय में रोगियों के बढ़ने की संभावना के मद्देनजर भी तैयारी सुनिश्चित कर ली है।

सरकार ने रोग की गंभीरता के आधार पर कोविड (COVID-19)  उपचार सुविधाओं को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया है जिसमें- हल्के लक्षणों वाले रोगियों के लिए कोविड देखभाल केंद्र, मध्यम लक्षणों वाले रोगियों के लिए कोविड स्वास्थ्य देखभाल केंद्र  और गंभीर लक्षणों वाले रोगियों के लिए समर्पित कोविड अस्पताल शामिल हैं।

रोग की गंभीरता के अनुसार रोगियों के स्थानांतरण की सुविधा के लिए भी इन तीनों प्रकार के कोविड केंद्रों के लिए विधिवत व्यवस्था की गयी है।

इसके अलावा, जोखिम को कम करने के समाधान के बारे में लोगों की जिज्ञासा को देखते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने आरोग्यसेतु मोबाइल एप्लिकेशन की प्रभावशीलता की जानकारी दी, जिसे 7.2 करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है।

कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जोड़ने के लिए यह भारत सरकार द्वारा विकसित एक मोबाइल एप्लिकेशन है।

ऐप का उद्देश्य भारत सरकार की पहल को बढ़ावा देते हुए कोविड-19 से संबंधित जोखिमों, सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों और प्रासंगिक सलाह को ऐप के उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाना और उन्हें इसकी सूचना देना है।