COVID-19

‘जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती सामाजिक दूरी ही वैक्सीन है’

स्वास्थ्य मंत्री  डॉ. हर्षवर्धन ने कहा ‘जब तक कोरोनावायरस  COVID-19 के लिए वैक्‍सीन (vaccine) नहीं तलाश लेते, तब तक सामाजिक दूरी (Social distancing) और राष्ट्रीय लॉकडाउन हमारा सबसे शक्तिशाली सामाजिक वैक्‍सीन है।’

डॉ. हर्षवर्धन आज 30 अप्रैल को नई दिल्ली में गैर सरकारी तथा सामाजिक संगठनों के साथ लाइव सत्र में संवाद कर रहे थे।

इसका आयोजन नीति आयोग ने किया था। सत्र का संचालन नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने किया।

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि चीन में नोवल कोरोनावायरस (COVID-19) के प्रकोप के बारे में पता चलते ही भारत ने तत्काल सक्रियता दर्शाते हुए कदम उठाए।

सरकार ने कोविड-19 (COVID-19) महामारी जैसे स्वास्थ्य संकटों के दौरान हिंसा से स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए हाल ही में महामारी रोग अधिनियम में संशोधन किया है।

उन्‍होंने कहा हालांकि सब कुछ कानून की मदद से हल नहीं किया जा सकता इसलिए इन कर्मियों के निरादर के खतरे से निपटने के लिए गैर-सरकारी संगठनों और सीएसओ की सहायता की आवश्‍यकता है।

उन्होंने इस बात भी उल्लेख किया किसरकार ने ट्विटर इंडिया के सहयोग से @CovidIndiaSevaलॉन्च किया हैऔर नागरिक ऐसी किसी भी विशिष्ट समस्या या समाधान के साथ इस तक पहुंच बना सकते हैं जिसके बारे वे हमसे बात करना चाहते हैं और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम कम से कम समय में आपकी समस्‍याओं को हल करेंगे।’

कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ लड़ाई में एनजीओ और सीएसओ की ओर से किए जा रहे उत्कृष्ट, निस्वार्थ कार्यों की सराहना करते हुएस्वास्थ्य मंत्री ने लॉकडाउन जारी रखने में उनकी सहायता की अपील की।

नीति आयोग के दर्पण पोर्टल पर पंजीकृत सभी गैर सरकारी संगठनों ने इसमें भाग लिया।

इनमें से कुछ प्रमुख गैर सरकारी संगठन हैं :

  • बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन
  • हेल्पएज इंडिया
  • टाटा ट्रस्ट
  • पीरामल स्वास्‍थ्‍य
  • सीवाईएसडी
  • प्रयास
  • रेड क्रॉस
  • सेवा
  • माण देशी फाउंडेशन
  • सुलभ इंटरनेशनल
  • लाल पैथलैब्स
  • पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया
  • केयर इंडिया
  • वर्किंग वूमन फोरम
  • अक्षय पात्र।